नई दिल्ली. कोलकाता के राधा गोविंद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (R G Kar Medical College and Hospital) में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और फिर हत्या का मामला तूल पकड़ लिया है. सोमवार को रेजिडेंट डॉक्टरों के एसोसिएशन फोर्डा ने साल 2012 में ‘निर्भया’ गैंगरेप की तरह ही साल 2024 में ‘जस्टिस फॉर अभाया’ (Justice for Abhaya) नाम से मुहिम शुरू कर दिया है. फोर्डा ने अपने एक्स हैंडल से इस बारे में एक पोस्ट किया है.
बता दें कि देशभर के डॉक्टर्स इस घटना के बाद हड़ताल पर बैठे हैं. फोर्डा, आईएमए सहित डॉक्टरों के कई संगठनों का हड़ताल चल रहा है. डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि जबतक सरकार सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट (सीपीए) लागू नहीं करती हड़ताल जारी रहेगी. लेकिन, इस बीच राजनीतिक बयानों से डॉक्टर खासे नाराज हो गए हैं. टीएमसी सहित कई नेताओं के बयान के बाद डॉक्टरों ने इस मुवमेंट को नया रूप देने का फैसला किया है.
जस्टिस फॉर अभाया की मांग शुरू
इसी कड़ी में अब सोशल साइट्स पर जस्टिस फॉर अभाया नाम से हैशटैग शुरू किया गया है. इस हैशटैग से शुरू होते ही यह पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है. डॉक्टरों के साथ-साथ समाज के हर वर्ग के लोग इस पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. डॉक्टरों के सभी संगठन अपने-अपने सोशल साइट्स पर इस हैशटैग से पोस्ट करना शुरू कर दिया है.
दरअसल, सोशल मीडिया पर नेताओं के लगातार पोस्ट आने के बाद फोर्डा ने इसे मुहिम का रंग देने का प्लान तैयार किया है. इसके तहत नेताओं और इस हड़ताल के विरोध में खड़े लोगों को जनसमर्थन का दिखाना है और देश में सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट को लाना है. सीपीए लाने की कवायद के तौर पर इस मुहिम को देखा जा रहा है.
FIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 21:35 IST