Independence Day Award, president police medal: आईपीएस (IPS) अधिकारी समीर सौरभ मध्यप्रदेश के बालाघाट में तैनात थे. वह यहां के पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत थे. अब यहां से उनका तबादला मुरैना कर दिया गया है. समीर सौरभ को नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए जाना जाता है. बालाघाट में नक्सिलयों का बोलबाला रहा है. अब उन्हें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति पदक देने की घोषणा की गई है. वह मूल रूप से झारखंड के रहने वाले हैं और उन्होंने वर्ष 2016 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी. जिसके बाद वह आईपीएस बन गए थे.
बीटेक के बाद नौकरी में नहीं लगा मन
समीर सौरभ झारखंड के हजारीबाग के रहने वाले हैं. उनकी शुरूआती पढ़ाई लिखाई इसी शहर में हुई. इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने एनआईटी त्रिची में दाखिला लिया और यहां से बीटेक का कोर्स किया. बीटेक करने के बाद समीर सौरभ ने मुंबई की एक निजी कंपनी में भी काम किया लेकिन उनका मन नौकरी में नहीं लगा.
किन-किन IPS, DSP को मिला पुरस्कार, बिहार-यूपी के अधिकारी भी शामिल
2016 में पास की यूपीएससी परीक्षा
समीर सौरभ ने इसके बाद सिविल सर्विसेज में जाने के लिए यूपीएससी (UPSC) की तैयारी शुरू कर दी. उन्होंने वर्ष 2016 में कठिनतम परीक्षाओं में से एक मानी जाने वाली यूपीएससी परीक्षा पास कर ली. आईपीएस बनने के बाद मध्य प्रदेश के कई अलग अलग इलाकों में उनकी तैनाती हुई. वह वर्ष 2018 में उज्जैन में तैनात रहे इसी तरह उन्होंने वर्ष 2019 में ग्वालियर में सेवाएं दीं. वर्ष 2020 में छतरपुर और 2021 में सागर जिले में वह पुलिस अधीक्षक के पद पर रहे. जनवरी 2022 में समीर सौरभ को बालाघाट का पुलिस बनाया गया जिसके बाद अब सूचना आ रही है कि यहां से उनका तबादला कर दिया गया है अब वह मुरैना में बतौर पुलिस अधीक्षक ज्वाइन करेंगे.
Independence Day 2024: तिरंगा कब बना भारत का राष्ट्रीय ध्वज? अपमान पर कितने साल की होती सजा?
Tags: IPS Officer, IPS officers, Mp news, UPSC, Upsc exam, UPSC Exams
FIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 13:35 IST