Badlapur Sexual Assaul Case: 'साइकिल चलाने से बच्चियों का कौमार्य भंग हुआ', स्कूल प्रिंसिपल के कुतर्क से पैरेंट्स ने आपा खोया


Badlapur Sexual Assault Case: मुंबई के पास ठाणे के बदलापुर के एक नामी स्कूल में चार साल की दो बच्चियों के यौन उत्पीड़न मामले को लेकर पूरे महाराष्ट्र में बवाल मचा हुआ है. इस मामले में स्कूल प्रशासन के स्तर पर भारी लापरवाही देखने को मिल रही है. जिन जो बच्चियों का यौन शोषण हुआ था उसमें से एक के परिवार वालों ने स्कूल के प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. एक टीवी चैनल से बातचीत में बच्चियों के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि पैरेंट्स बेटी का मेडिकल रिपोर्ट लेकर स्कूल के प्रिंसिपल के पास गए थे. लेकिन, उन्होंने इसे खारिज कर दिया.

दरअसल, घटना के बाद बच्चियों के व्यवहार में बदलाव के बाद उनके माता-पिता को उनके साथ कुछ गलत होने का शक हुआ था. फिर उन्होंने बच्चियों से बात की तो उन्होंने अपनी आपबीती उनको बताया है. उन्होंने बताया था कि दादा ने उनके कपड़े उतार दिए और उनके प्राइवेट पार्ट्स को टच किया. मराठी में दादा बड़े भाई को बोला जाता है. दादा से मतलब स्कूल में कार्यरत सफाई कर्मी से था. सफाईकर्मी ही बच्चियों को टॉयलेट करवाने ले जाया करता था. इसी दौरान उसने बच्चियों के साथ घिनौनी हरकत की.

प्रिंसिपल का कुतर्क
आपबीती सुनने के बाद माता-पिता ने बच्ची का मेडिकल टेस्ट करवाया. मेडिकल टेस्ट में इसकी पुष्टि हो गई कि बच्ची का कौमार्य भंग हुआ है. इसके बाद रिपोर्ट लेकर माता-पिता स्कूल प्रिंसिपल के पास गए. वहां पर स्कूल प्रिंसिपल ने इस रिपोर्ट को मानने से इनकार कर दिया और कहा कि साइकिल चलाने की वजह से बच्चियों का कौमार्य भंग हुआ होगा.

परिवार के सदस्य ने यह भी कहा कि इस मामले की शिकायत दर्ज कराने के लिए पैरेंट्स को पुलिस स्टेशन और फिर स्कूल हर जगह लंबा इंतजार करवाया गया. परिवार के सदस्यों ने यह भी कहा कि पुलिस उन्हें धमका रही है. वह कह रही है आप लोग विरोध प्रदर्शनों में शामिल न हों.

बच्ची के परिवारवालों के इन आरोपों से यह सवाल उठता है कि शुरुआती स्तर पर ही इस घटना से ठीक तरीके से नहीं निपटा गया. स्कूल प्रशासन और पुलिस दोनों ने घोर लापरवाही बरती.

Tags: Mumbai crime, Sexual Assault



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