पैसिव फंडों में कुल निवेश 10 लाख करोड़ रुपये हो गया है.निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड 21 अगस्त को एनएफओ लाएगी. इस नए फंड में निवेशक 4 सितंबर तक पैसे लगा सकते हैं.
नई दिल्ली. शेयर बाजार की तेजी का फायदा म्यूचुअल फंड को भी मिल रहा है. यही कारण है कि लोग ताबड़तोड़ म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं. अगर आप भी इस निवेश से पैसे बनाने की सोच रहे तो 21 अगस्त से नया मौका मिल रहा है. बाजार में म्यूचुअल फंड का नया प्रोडक्ट आ रहा. इस कैटेगरी के मौजूदा फंड ने पिछले एक साल में 56 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. यह प्रोडक्ट पैसिव फंड की कैटेगरी में आते हैं.
दरअसल, पैसिव फंडों में निवेश तेजी से बढ़ रहा है. इन फंडों के तहत पिछले तीन वर्षों में निवेश 182 फीसदी बढ़कर लगभग 10 लाख करोड़ रुपये हो गया है. म्यूचुअल फंड कंपनियां अब अपने ऑफर्स को और भी बेहतर बना रही हैं और पैसिव निवेश के क्षेत्र में अनूठे फंड लॉन्च कर रही हैं. अब निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने निप्पॉन इंडिया निफ्टी 500 इक्वल वेट इंडेक्स फंड की घोषणा की है. यह नया फंड ऑफर (NFO) 21 अगस्त को खुलेगा और 4 सितंबर, 2024 को बंद होगा. यह निफ्टी 500 यूनिवर्स को कवर करने वाला पहला इक्वल वेट इंडेक्स है.
क्या है इक्वल वेट इंडेक्स
इक्वल वेट इंडेक्स स्टॉक बाजार सूचकांक में एक अनूठा अप्रोच दिखाते हैं, जहां सूचकांक में प्रत्येक घटक को कंपनी के बाजार पूंजीकरण की परवाह किए बिना इक्वल वेट दिया जाता है. वैश्विक स्तर पर इक्वल वेट फंडों में निवेश के प्रति काफी रुचि रही है. इन्वेस्को S&P 500 इक्वल वेट ETF की संपत्ति 58,400 मिलियन डॉलर है जबकि iShares MSCI USA इक्वल वेट ETF की 803 मिलियन डॉलर है. गोल्डमैन सॉक्स इक्वल वेट US लार्ज कैप इक्विटी ETF कर AUMs 735 मिलियन डॉलर है.
हर तिमाही बुक होता है मुनाफा
निप्पॉन इंडिया निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक फंड, निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक TRI को दर्शाता है. निफ्टी 500 सूचकांक के सभी घटक हमेशा निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक का हिस्सा होंगे और सूचकांक में प्रत्येक घटक (constituent) को इक्वल वेट दिया जाएगा. यह निवेशकों को स्वचालित मुनाफा बुकिंग का एक अनूठा लाभ प्रदान करता है, जहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्टॉक्स का मुनाफा तिमाही आधार पर बुक किया जाता है और तिमाही पुनर्संतुलन के माध्यम से पोर्टफोलियो के घटकों में पुनः वितरित किया जाता है.
निवेशकों को मिलता है एक्सपोजर
निवेशकों को व्यापक एक्सपोजर भी मिलता है, क्योंकि निफ्टी 500 में 3 प्रमुख अलग से समूह (subsets) होते हैं. निफ्टी 100 (लार्ज कैप), निफ्टी मिडकैप 150 (मिड कैप) और निफ्टी स्मॉल कैप 250 (स्मॉल कैप), जिससे बाजार के विभिन्न क्षेत्रों और कई सेक्टर्स में एक्सपोजर मिलता है. सूचकांक में तीन कैप्स का अनुपात 20:30:50 है. झावेरी सिक्योरिटीज के जीत झावेरी बताते हैं कि इन प्रकार के फंड्स के रिटर्न हमेशा बड़े सूचकांक से बेहतर होते हैं.
कितना मिला रिटर्न
निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक ने पिछले एक वर्ष में 56.6% का CAGR दिया है, जबकि निफ्टी 500 सूचकांक का रिटर्न 39.2% रहा है. पिछले तीन वर्षों में, संबंधित, सूचकांकों का CAGR क्रमशः 25.9% और 21% रहा है, जो दर्शाता है कि इक्वल वेट सूचकांक ने निफ्टी 500 सूचकांक से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है.
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FIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 17:18 IST