पर्यटन सीजन से पहले उदयपुर को लगा तगड़ा झटका, तनाव से पर्यटक सिमटे


उदयपुर. झीलों की नगरी उदयपुर में इस बार टूरिस्ट सीजन शुरू होने से पहले शहर में हुई हिंसा की घटना ने यहां के पर्यटन व्यवसाय को करोड़ों रुपये का फटका लगा दिया. शहर के एक सरकारी स्कूल में चाकूबाजी की घटना के बाद लेकसिटी पांच दिनों तक खौफ के साए में रही. उपद्रव के कारण इस अवधि में पर्यटकों ने उदयपुर से किनारा कर लिया. पांच दिन की नेटबंदी से स्थानीय लोग और पर्यटक परेशान हो गए.

बीते शुक्रवार को उदयपुर में स्कूली छात्र देवराज के साथ हुई चाकूबाजी के बाद शहर में आगजनी और पथराव की कई घटनाएं देखने को मिली. जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ने वाला देवराज 19 अगस्त को इस दुनिया से विदा हो गया तो पूरा शहर मातम में डूब गया. इससे पहले एक तरफ देवराज का अस्पताल मे इलाज चल रहा था और दूसरी तरफ बाहर इस घटना के विरोध में हजारों लोग सड़कों पर थे. शहर में कई वाहनों को आग के हवाले किया गया तो वहीं बाजार बंद करना, तोड़फोड़ करना जैसी दर्जनों घटनाएं हुई.

होटलों के कमरे चेक आउट होने लग गए
उदयपुर में बढ़ते तनाव को देखकर यहां आए हुए पर्यटक अचानक से शहर छोड़ कर जाने लगे. होटल में कमरे एक के बाद एक चेक आउट होने लगे. स्थिति ऐसी हो गई शहर में इक्के दुक्के पर्यटक नजर आ रहे थे. वहीं कई पर्यटकों ने उदयपुर आने की अपनी प्लानिंग को दूसरे शहरों की ओर शिफ्ट कर दिया. इस बीच वीकेंड भी था. लेकिन हालात को देखते हुए वीकेंड पर उदयपुर आने वाले गुजराती पर्यटक ठिठक कर रह गए. इससे पर्यटन से जुड़े व्यवसायों को इससे काफी नुकसान हुआ.

राखी का लाखों रुपये का स्टॉक पड़ा रह गया
माना जा रहा है कि होटल व्यवसाय, हैंडीक्राफ्ट व्यवसाय, टैक्सी, ऑटो, गाइड और पर्यटन से जुड़े अन्य कारोबारियों को इस अवधि में करोड़ों रुपये का नुकसान हो गया. वहीं इन पांच दिनों में सरकार को भी राजस्व की बड़ी हानि हुई है. उदयपुर में हुए तनाव के बीच राखी का भी त्योहार भी था. ऐसे में रक्षाबंधन से जुड़े स्टॉल लगाने वाले व्यापारियों को भी बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. तनाव के कारण वे दुकान भी नहीं खोल पाए. इससे उनका लाखों रुपये स्टॉक पड़ा रह गया.

पर्यटकों ने उदयपुर पर फिर विश्वास जताना शुरू कर दिया है
उदयपुर होटल एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल का कहना है कि 5 दिनों तक स्थिति काफी तनावपूर्ण रही. पर्यटन व्यवसाय पर बड़ा असर पड़ा है. अब जब हालात सामान्य होने लगे हैं और इसकी सूचना देश-विदेश में फैल रही है तो उदयपुर में भी स्थितियां सुधर रही हैं. एक बार फिर पर्यटकों ने उदयपुर पर विश्वास जताना शुरू कर दिया है.

शहर को इस घटना से बाहर आने में थोड़ा समय लगेगा
माना जा रहा है कि आगामी एक महीने में ही उदयपुर पूरी तरह से पटरी पर लौट आएगा. यहां न सिर्फ जनजीवन पूरी तरह से सामान्य होगा बल्कि पर्यटन व्यवसाय भी पहले की तरह फलने फूलने लगेगा. उदयपुर में अब स्कूल कॉलेज पहले की तरह खुलने लगे हैं. इंटरनेट बहाल कर दिया गया है. इसके साथ ही सभी बाजारों में भी सामान्य दिनों की तरह अब चहल पहल नजर आ रही है. हालांकि हालात सामान्य होने लग गए हैं लेकिन शहर को इस घटना से बाहर आने में थोड़ा समय लगेगा.

Tags: Rajasthan news, Tourism business, Udaipur news



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