नवाजुद्दीन सिद्दीकी से लेकर राजकुमार राव तक बॉलीवुड में आज ऐसे कई स्टार हैं, जिन्होंने लंबे समय तक स्ट्रगल करने के बाद बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई है। इन सितारों ने छोटे शहर से बॉलीवुड तक का सफर तय किया और आज इंडस्ट्री का बड़ा नाम बन चुके हैं। वहीं कुछ ऐसे भी स्टार हैं, जिनमें से किसी ने कभी इंजीनियर बनने का सपना देखा था तो किसी ने कुछ और लेकिन फिर किस्मत ऐसी पलटी की ये मायानगरी पहुंच गए और डॉक्टर-इंजीनियर बनने की जगह एक्टर बन गए। फोटो में नजर आ रहे इस एक्टर की कहानी भी कुछ ऐसी ही है।
एक्टिंग के बाद प्रोडक्शन में भी आजमाया हाथ
फोटो में नजर आ रहे ये एक्टर रॉयसा राजपूत हैं, जिन्होंने 2009 में अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद इन्होंने प्रोडक्शन की ओर रुख कर लिया और 2013 में टेलीविजन सीरीज़ अगले ‘जनम मोहे बिटिया ही कीजो’ का निर्माण किया। इसे बाद इसी साल ‘जिला गाजियाबाद’ और ‘आर…राजकुमार’ जैसी फिल्मों में काम कर खूब वाहवाही बटोरी। 2015 में तनु वेड्स मनु रिटर्न्स और बजरंगी भाईजान जैसी हिट फिल्मों में प्रोडक्शन किया, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। इसके अलावा, रॉयसा की हालिया परियोजनाओं में जिला गाजियाबाद और तनाव 2 शामिल हैं, जो जो Sony Liv पर स्ट्रीम हो रही हैं। उनके अगले प्रोजेक्ट की बात करें तो ये फ्रीडम ऑफ मिडनाइट है, जो जल्द ही रिलीज होने वाला है।
बॉलीवुड में कैसे हुई एंट्री?
रॉयसा राजपुरोहित ने अपने करियर की शुरुआत 2009 में फिल्म ‘अजब प्रेम की गजब कहानी’ से की थी, जिसमें रणबीर कपूर लीड रोल में दिखाई दिए थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत लाइन प्रोड्यूसर के रूप में की। इसके बाद ‘बजरंगी भाईजान’, ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’, ‘आर राजकुमार’ और ‘खट्टा मीठा’ जैसी फिल्मों में भी काम किया। इसके बाद उन्होंने प्रोडक्शन में हाथ आजमाने का फैसला किया और बॉलीवुड की दुनिया में जगह बनाने के बाद रॉयसा ने ‘रोअरिंग लायंस प्रोडक्शंस” नाम से खुद का प्रोडक्शन हाउस खोला।
राजस्थान-कश्मीर के लोकेशन पर है फोकस
रॉयसा का कहना है कि राजस्थान और कश्मीर के लोकेशन्स दुनिया के सामना लाया जाना चाहिए। बॉलीवुड में पैर जमाने तक का सफर रॉयसा के लिए आसान नहीं रहा है। रॉयसा बताते हैं, “शाहरुख खान से प्रभावित होकर बॉलीवुड में पहचान बनाना आसान नहीं था।” उन्होंने कहा कि जुनून और मेहनत की बदौलत सपने को साकार किया जा सकता है। गोपाल राज राजपुरोहित का जन्म जालोर जिले के शंखवाली गांव में हुआ था।