संध्या पंडित, संगीतकार जतिन-ललित और गुजरे जमाने की अदाकारा सुलक्षणा और विजयता पंडित की बहन हैं। वे 2012 में लापता हो गई थीं और करीब एक महीने बाद उनका आंशिक कंकाल मिला था। इसके बाद में, ठाणे की एक अदालत ने उनके बेटे रघुवीर को सभी आरोपों से बरी कर दिया। अब, विजयता पंडित ने अपनी बहन संध्या की हत्या के बारे में हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं। विजयता ने अपनी बहन की हत्या के बारे में बात की है और बताया कि इतने सालों बाद भी परिवार ने सुलक्षणा को संध्या की मौत के बारे में क्यों नहीं बताया है।
संध्या की हत्या कर दी सिर्फ कंकाल मिला
हाल ही में लेहरन रेट्रो को दिए इंटरव्यू में विजयता पंडित ने अपनी जिंदगी के बारे में खुलकर बात की और अपनी बहन संध्या की हत्या के बारे में भी खुलासा किया। विजयता पंडित ने अपनी बहन की मौत पर कहा,’मेरी बहन संध्या की हत्या कर दी गई। हमने कभी नहीं सोचा था कि अचानक ऐसा कुछ हो सकता है। वह अपनी में शादी काफी खुश थी… मुझे नहीं पता कि क्या हुआ। हम उसे कभी नहीं ढूंढ पाए, हमें उसका कंकाल मिला। पहले उसके परिवार ने कहा कि वह लापता हो गई है, इसलिए मैं और मेरे भाई ललित और जतिन, उसे हर जगह खोजने जाते थे। काफी समय बाद उसकी हड्डियां अलग-अलग जगहों पर बिखरी हुई मिलीं। यह बहुत बड़ी बात थी।’
बहन की हत्या पर विजयता पंडित ने तोड़ी चुप्पी
विजयता पंडित ने आगे कहा, ‘आप यकीन नहीं करेंगे सुलक्षणा जी को आज तक पता ही नहीं चला कि हमारी बहन अब नहीं रही। क्या आप यकीन कर सकते हैं? मैं पहली बार ऐसे सब बता रही हूं। मैंने उन्हें कभी नहीं बताया क्योंकि अगर उन्हें पता चल गया तो वे उसी पल मर जाएंगी। मैं उन्हें हमेशा यही बताती रहती हूं कि हमारी बहन ठीक है, इंदौर में रहती है और मुझे फोन भी करती है। सुलक्षणा को लगता है कि वह जिंदा है, इसलिए वह मुझसे कहती है कि मैं अपनी बहन को खूब प्यार भेजूं क्योंकि वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करती है। भगवान की कसम, मुझे आज भी अपनी बहन से यही झूठ बोलना है।’
संध्या सिंह हत्याकांड
द इंडियन एक्सप्रेस की 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, संध्या सिंह के बेटे को 2012 में उसकी हत्या के आरोपों से बरी कर दिया था। ठाणे सत्र न्यायालय ने कहा कि अभियोजन पक्ष इस तथ्य के अलावा कुछ भी साबित नहीं कर सका कि आरोपी शराब का आदी था और उसकी मां से दुश्मनी थी। अदालत ने रघुवीर सिंह को हत्या, डकैती और सबूत नष्ट करने सहित सभी आरोपों से बरी कर दिया था। अदालत ने यह भी कहा कि रघुवीर के खिलाफ मुंबई पुलिस की अपराध शाखा का मामला इस संदेह पर आधारित था कि वह अपनी मां संध्या की हत्या में शामिल था।