सैफ अली खान बॉलीवुड के टॉप एक्टर्स में गिने जाते हैं। सैफ अली खान ने अपने करियर में 74 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। हाल ही में रिलीज हुई साउथ सुपरस्टार ‘एनटीआर जूनियर’ की फिल्म ‘देवरा पार्ट-1’ में सैफ अली खान ने विलेन का किरदार निभाया है। सैफ अली खान ने हाल ही में अपने एक्टर बनने की कहानी भी शेयर की है। जिसमें सैफ अली खान ने बताया कि उन्होंने अपने पिता की क्रिकेट की विरासत छोड़कर मां की तरह एक्टर बनने का फैसला क्यों लिया। सैफ अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए देवरा की स्टारकास्ट के साथ ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शर्मा शो’ में पहुंचे थे। यहां सैफ अली खान ने अपने करियर को लेकर कई अहम बातें साझा की हैं।
पिता की क्रिकेट विरासत छोड़ बने एक्टर
सैफ अली खान ने इस शो में बताया कि ‘मेरे पिता क्रिकेटर थे। लेकिन मेरे अंदर मेरी मां के जीन्स ज्यादा स्ट्रॉन्ग हैं। मैंने अपनी मर्जी से एक्टिंग लाइन में आने का फैसला लिया था। मुझे एक्टिंग का हुनर टैगोर फैमिली से मिला है। क्रिकेट में मेरी दिलचस्पी उतनी नहीं थी, क्योंवि वहां फोकस की जरूरत थी, जो मुझमें नहीं था। इसीलिए मेरी दिलचस्पी हमेशा से ही एक्टिंग में रही है। हालांकि मेरे अब्बा की क्रिकेट की विरासत भी मुझे बहुत पसंद है और गर्व भी है। लेकिन मैं खुश हूं कि मैंने एक्टर बनने का फैसला लिया और अच्छा काम करने की कोशिश करता हूं।’
देवरा में लगाया एक्टिंग का दमदार तड़का
बता दें कि रोमांटिक हीरो के तौर पर करीब 2 दशक से लीड एक्टर बने सैफ अली खान ने कई सुपरहिट फिल्में दी हैं। लेकिन बीते कुछ सालों से सैफ अली खान हीरो के साथ विलेन के किरदारों में भी नजर आने लगे हैं। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म देवरा में सैफ अली खान ने नेगेटिव किरदार निभाकर सभी का दिल जीता है। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब सैफ अली खान ने विलेन के तौर पर हल्ला मचाया है। इससे पहले भी आदिपुरुष में सैफ अली खान ने रावण का रोल प्ले किया था। हालांकि इस किरदार के लिए सैफ अली खान को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।