‘कौन बनेगा करोड़पति 16’ के हर एपिसोड की कमान अमिताभ बच्चन संभालते हैं। नए कंटेस्टेंट के साथ मिलकर वो हर एपिसोड को मजेदार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। हॉटसीट पर बैठे कंटेस्टेंट से वो पर्सनल बातें भी करते हैं। इस शो में अमिताभ बच्चन और उनके परिवार से जुड़े कई किस्से भी सुनने को मिलते हैं। ये शो दिलचस्प सवालों को लेकर भी चर्चा में बना रहता है। क्विज बेस्ड रियलिटी शो में अमिताभ बच्चन सामान्य विज्ञान से जुड़े सवाल पूछते हैं। बीते एपिसोड में पूछा गया एक ऐसा ही सवाल काफी चर्चा में है। ये सवाल कोई लाखों का सवाल नहीं था, सिर्फ 20 हजार के इस सवाल ने कंटेस्टेंट की हवा निकाल दी। कंटेस्टेंट लाइफलाइन का इस्तेमाल करते हुए भी इस सवाल का सही जवाब नहीं दे सका और सिर्फ 10 हजार रुपये लेकर ही घर लौटा।
कंटेस्टेंट ने दिया गलत जवाब
कंटेस्टेंट की बुरी किस्मत कह लें या फिर नियति, लेकिन उसके हाथ चंद रुपये ही आए। अमिताभ बच्चन को भी कंटेस्टेंट से काफी उम्मीदें थीं, ऐसे में उन्हें भी बुरा लगा। अब ये कंटेस्टेंट कौन थे पहले ये बताते हैं। कंटेस्टेंट का नाम सानिध्य है जो दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में इकोनॉमिक ऑनर्स का छात्र है। सानिध्य खेल प्रेमी हैं और भविष्य में बिग बी की तरह एक क्रिकेट टीम के मालिक होने का उनका सपना है। खेल से उनका लगाव शौकिया नहीं है, वो इसे करियर के तौर पर भी देखते हैं। खेल डेटा विश्लेषक या खेल वैज्ञानिक बनना चाहते हैं।
क्या था 20 हजार का सवाल
‘कौन बनेगा करोड़पति 16’ के हालिया एपिसोड में दिल्ली के 19 वर्षीय कंटेस्टेंट सानिध्य गुप्ता ने केवल 5 सवालों का ही सही जवाब दिया। 6वें सवाल पर ही वो गच्चा खा गए और ऐसे में सिर्फ 10,000 रुपये ही जीत पाए। अमिताभ बच्चन ने मोनालिसा पेंटिंग से जुड़ा 20 हजार का सवाल किया, जिसका जवाब सानिध्य को नहीं पता था, ऐसे में उन्होंने लाइफलाइन लेने का फैसला किया। अब पहले आपको सवाल बताते हैं।
लियोनार्डो दा विंची ने मोनालिसा को किस सतह पर चित्रित किया था?
- लकड़ी
- कागज
- कैनवास
- कांस्य
जानें सही जवाब
सानिध्य ने लाइफलाइन ऑडियंस पोल का प्रयोग करते हुए सी कैनवास को चुना। 66 प्रतिशत लोगों ने इसे सही ठहराया था, लेकिन ये जवाब गलत निकला। ‘सर उत्तर गलत हो गया है। सही उत्तर है लकड़ी है’, अमिताभ ने ये बोलकर सवाल का सही जवाब बताया और इसके बाद सानिध्य को निराशा हाथ लगी। मोनालिसा का 16वीं सदी के शुरुआती दिनों में लकड़ी पर चित्र बनाया गया था।