भारत के संगीतकार रिकी केज को चौथी बार ग्रेमी अवॉर्ड में नॉमिनेट किया गया है। इससे पहले तीन बार इस अवॉर्ड को हासिल कर चुके रिकी केज अब चौथी बार इसे जीतने की उम्मीदों में हैं। रिकी केज को उनके हालिया एल्बम ‘ब्रेक ऑफ डॉन’ के लिए एक बार फिर ग्रैमी अवार्ड्स के लिए नामांकित किया गया है। केज को बेस्ट न्यू एज, एम्बिएंट, या चैंट एल्बम की कैटेगिरी में नॉमिनेट किया गया है। एएनआई के साथ बातचीत में मशहूर संगीतकार ने स्वीकार किया कि उन्हें चौथी बार भाग्यशाली होने की उम्मीद है। रिकी आगे बताते हैं, ‘मैं पहले ही तीन ग्रैमी पुरस्कार जीत चुका हूं, और यह मेरा चौथा नामांकन है। मुझे उम्मीद है कि इससे मेरी चौथी जीत होगी। मैं आजीवन पर्यावरणविद् रहा हूं और मेरा हमेशा से मानना रहा है कि हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति हमें यही सिखाती है। पर्यावरण की अशुद्धियों का सीधा संबंध मन की अशुद्धियों से है, इसलिए एक प्रजाति के रूप में हमारे सामने आने वाली किसी भी समस्या को हल करने के लिए, हमें सबसे पहले अपने दिमाग को शुद्ध करना होगा।’
कौन हैं रिकी केज?
रिकी केज मूल रूप से भारतीय हैं और अमेरिका में पैदा हुए हैं। साल 1981 में अमेरिकी के शहर नॉर्थ कैरोलाइना में एक पंजाबी-मारवाड़ी परिवार में रिकी का जन्म हुआ था। रिकी बचपन से ही संगीत के दीवाने थे। रिकी जब 8 साल के थे तो अपने पेरेंट्स के साथ बेंगलुरु आ गए थे। यहां बिशप कॉटन नाम के स्कूल से रिकी की पढ़ाई हुई है। यहां स्कूलिंग खत्म करने के बाद रिकी ऑक्सफोर्ड से डेंटल की डिग्री हासिल की है। कॉलेज की पढ़ाई के साथ ही रिकी संगीत की दुनिया में भी मशगूल रहते हैं। इससे पहले रिकी तीन बार ग्रेमी अवॉर्ड हासिल कर चुके हैं। अब चौथी बार के लिए भी रिकी को नॉमिनेट किया गया है।
किस बारे में है रिकी का नया एलबम
रिकी केज ने बताया कि पर्यावरण आज और आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहद जरूरी है। रिकी बताते हैं, ‘ब्रेक ऑफ डॉन (एल्बम का नाम) मेरे मन में संगीत की शक्ति के माध्यम से एक अधिक दयालु, दयालु और पर्यावरण के प्रति जागरूक समाज बनाने के लिए प्रेरित करता है। इसलिए ब्रेक ऑफ डॉन एक नए युग का एल्बम है। यह भारत के प्राचीन रागों से प्रेरित है। ब्रेक ऑफ डॉन के नौ गीतों में से हर एक प्राचीन भारतीय राग पर आधारित है। इसे मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए बहुत सावधानी से तैयार किया गया है और यह भारत-आधारित कल्याण संगीत पर केंद्रित है। मैं अपना चौथा ग्रैमी नामांकन प्राप्त करने के इस सम्मान के लिए बहुत आभारी हूं।’ ये एल्बम भारत समेत दुनिया के दूसरे देशों में भी खूब पसंद किया गया है।