इतनी टाइट सिक्योरिटी के बाद भी कैसे हैक हो जाता है WhatsApp, कभी न करें ये 4 गलतियां


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Image Source : फाइल फोटो
WhatsApp हैक होने के कई सारी वजहें हो सकती है।

WhatsApp एक पॉपुलर इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है। अब हमारी जिंदगी के डेली रूटीन के कई सारे काम वॉट्सऐप पर डिपेंड हो चुके हैं। पूरी दुनिया में करीब 4 बिलियन लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। इतना बड़ा यूजर बेस होने की वजह से कंपनी इसमें कई तरह के सिक्योरिटी और सेफ्टी फीचर्स देती है। इस मैसेजिंग ऐप्लिकेशन की सबसे बड़ी खास बात यह है कि इसके मैसेज एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड होते हैं। कंपनी की तरफ से दावा किया जाता है कि इसमें भेजे वाले वाले मैसेज को सेंडर और रिसीवर के अलावा कोई तीसरा व्यक्ति नहीं पढ़ सकता है। 

WhatsApp की सिक्योरिटी को लेकर कंपनी दावा करती है कि प्लेटफॉर्म के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। हालांकि पिछले कुछ समय में WhatsApp Hacking के कई सारे मामले सामने आने यूजर्स में डेटा सिक्योरिटी को लेकर टेंशन बढ़ गई है। अब यह सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर इतने सेफ्टी फिचर्स और सिक्योरिटी होने के बाद भी वॉट्सऐप किन वजहों से हैक हो रहा है। 

WhatsApp Hacking के बढ़े मामले

आपको बता दें कि कुछ महीने पहले सुप्रिया सुले की तरफ से शिकायत की गई थी कि उनका फोन हैक हो गया है और हैकिंग के बाद हैकर्स ने उनके वॉट्सऐप अकाउंट से मैसेज भेजा था। हैकर्स ने उनसे पैसों कि डिमांड की थी। हाल ही में केरल के एक आईएएस अधिकारी के. गोपालकृष्णन की तरफ से शिकायत दर्ज कराई गई थी उनका वॉट्सऐप अकाउंट हैक हुआ है और हैकिंग के वॉट्सऐप पर विवादास्पद धार्मिक ग्रुप बनाया गया था। 

वॉट्सऐप क्लेम करता है कि इसमें भेजे जाने वाले मैसेज, वीडियो, डॉक्यूमेंट्स पूरी तरह से एनक्रिप्टेड होते हैं। सेंडर और रिसीवर के अलावा कंपनी भी इन्हें एक्सेस नहीं कर सकती। ऐसे में यह चिंता का विषय है कि फिर कैसे वॉट्सऐप अकाउंट हैक हो जाता है। आपको बता दें कि ऐसा जरूरी नहीं है कि ऐप्लिकेशन में कोई फॉल्ट हो, कई बार महारी गलतियों और लापरवाही की वजह से भी यह हैक हो सकता है। आइए आपको कुछ ऐसे कारण बताते हैं जिससे वॉट्सऐप हैक हो सकता है। 

टू-स्टेप वेरिफिकेशन

अगर आप वॉट्सऐप इस्तेमाल करते हैं तो आपको टू-स्टेप वेरिफिकेशन को जरूर ऑन रखना चाहिए। टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन वॉट्सऐप को सिक्योरिटी की एक एक्स्ट्रा लेयर देता है। टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन में एक सिक्योरिटी पिन सेट करना होता है जिसकी मदद से वॉट्सऐप चैट को एक्सेस किया जाता है। वॉट्सऐप यूजर्स की पहचान के लिए कभी कभी यूजर्स से ये पिन डालने के लिए कहता है। अगर आप गलती से भी ये सिक्योरिटी पिन किसी के साथ शेयर करते हैं तो आपके अकाउंट हैक होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।

अनजान लिंक पर भूलकर भी क्लिक न करें

पिछले कुछ समय में फेक मैसेज और लिंक के जरिए फ्रॉड के कई सारे मामले बढ़े हैं। ऐसे में अगर आपके पास वॉट्सऐप मैसेज पर किसी तरह का कोई अनजान लिंक या फिर मैसेज लिंक आता है तो उस पर क्लिक न करें। कई बार हैकर्स लिंक के जरिए डिवाइस पर मैलवेयर इंस्टाल कर देते हैं और इससे आपके फोन का कंट्रोल दूसरे के पास जा सकता है। 

पब्लिक WiFi का इस्तेमाल करने से बचें

कई बार लोग रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट या फिर किसी होटल में मौजूद पब्लिक वाईफाई का बिना सोचे समझे इस्तेमाल करने लगते हैं। ऐसी जगहों पर बिना VPN इस्तेमाल किए कभी भी इंटरनेट का यूज न करें। पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क में वॉट्सऐप अकाउंट इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है। हैकर्स पब्लिक WiFi के जरिए आसानी से आपके डेटा तक पहुंच सकते हैं। 

वेरिफिकेशन कोड पर ध्यान दें

आपको बता दें कि अगर कोई आपके नंबर का इस्तेमाल करके वॉट्सऐप अकाउंट रजिस्टर करता है तो आपके डेटा को सुरक्षित रखने के लिए वॉट्सऐप आपको एक नोटिफिकेशन भेजता है। इसमें आपको को वेरिफिकेशन कोड शेयर किया जाता है। अगर कोई आपसे किसी बहाने से इस वेरिफिकेशन कोड को मांगता है तो कभी भी उसे शेयर न करें। इस तरह के वेरिफिकेशन नोटिफिकेशन आने का मतलब है कि कोई हैकर आपके नंबर से वॉट्सऐप रजिस्टर करने की कोशिश कर रहा है।  

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